क्या आपने कभी PCOD नामक डिसिज के बारे मे सुना है? अगर नहीं सुना तो आज हम आपको इस article के माध्यम से ना सिर्फ PCOD के बारे में बतायेंगे बल्की उसके कारण क्या हैं और उसके लक्षण क्या और इसके साथ साथ ही हम आपको यह भी बतायेंगे की, इस PCOD पर होमिओपॅथी इलाज कैसे करे। तो आईये article की शुरवात करते है।
PCOD क्या है?
तो सबसे लागले हम जानेंगे की, PCOD क्या है? तो PCOD को पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज (पीसीओडी) ऐसा कहा जाता हैं। प्रजनन की उमर जिन वर्ग की महिलाओं की होती है उन महिलाओं में होने वाली व्यापक रूप से मौजूद बीमारियों में से एक है। अंडाशय महिला प्रजनन अंग हैं जो गर्भाशय के बगल में ओव्हरी में स्थित होते हैं। जो ओव्हरी से विकसित होते हैं वे अंडे का उत्पादन और रिलीज करते हैं और महीने में एक बार गर्भाशय में छोड़े जाते हैं। पीसीओडी से पीड़ित लोगों में, हर महीने सामान्य संख्या से अधिक अंडज (द्रव से भरे सिस्ट) विकसित होते हैं, लेकिन उनमें से कोई भी अंडा गर्भधारण करने के लिए परिपक्व नहीं होता है। कई महीनों तक इस अँडज को मासिक धर्म के साथ बाहर नहीं निकाला जाता है, यह अंडाशय में ही रह जाता है और इसके चारों ओर तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जो सिस्ट में बदल जाता है। ये सिस्ट सौम्य (गैर-कैंसरयुक्त) होते हैं।
PCOD के कारण लक्षण
तो हम आपको PCOD के कुछ ऐसे कारण लक्षण नीचे बता रहे हैं:
- मासिक धर्म का अनियमित होना या मासिक धर्म न आना।
- वजन बढ़ना।
- अतिरोमता मतलब चेहरे और शरीर पर अनचाहे बाल उगना।
- मुंहासे आना।
- गर्भधारण में कठिनाइयाँ याना हा यू कहे की, बांझपन आना।
- सिर के बालों का पतला हो जाना।
- गर्दन, त्वचा की परतों, पोरों, कोहनियों, स्तन के नीचे और कमर के चारों ओर काला रंग।
- पीसीओडी के मरीजों में विकास का खतरा अधिक होता है।
- उच्च रक्तचाप
- मधुमेह
- कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का उच्च स्तर उन्हें हृदय संबंधी समस्याओं के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है
- गर्भाशय कर्क रोग
- शीघ्र गर्भपात और
- चेहरे पर अनचाहे बाल उगने और बांझपन के कारण मानसिक अवसाद
पीसीओडी के लिए कोई पारंपरिक उपचार या कोई स्थायी इलाज नहीं है। इसमें केवल कुछ लक्षणों से राहत मिलती है। अनचाहे बालो को बढ़ने के लिए लेजर उपचार की सिफारिश की जाती है, मुँहासे क्रीम और हार्मोन थेरेपी कुछ अन्य उपलब्ध पारंपरिक उपचार हैं। ये उपचार गर्भधारण या पूर्ण सिस्ट-मुक्त अंडाशय की गारंटी नहीं देते हैं।
PCOD का होम्योपैथिक इलाज
पीसीओडी के इलाज के लिये 8 होम्योपैथिक दवाए हम आपको बताने जा रहे हैं लेकीन आपको यह ध्यान रखना बेहद जरुरी है की, यह जाणकारी हम आपको केवल सामान्य ज्ञान के लिये दे रहे है कृपया आप डॉक्टर से सलाह लिये बगैर इसका इस्तेमाल ना करे।
- एगारिकस मस्केरियस
- एल्यूमिना
- ब्रायोनिया
- सिनामोन
- काली मूर
- लैकेसिस
- मैग्नेशिया म्यूरिएटिका
- नेट्रम म्यूर
- थ्लास्पी बर्सा
ये पीसीओडी के लिए कुछ संकेतित होम्योपैथिक दवाएं हैं। पीसीओडी/पीसीओएस दोनो के लिए ये सर्वोत्तम होम्योपैथिक उपचार है। इसे प्राप्त करने के लिए हमेशा आपके नजदीकी पेशेवर होम्योपैथिक डॉक्टर की सलाह की सिफारिश की जाती है। चाहे वह पीसीओडी हो या फिर पीसीओएस हो। उसके लिए होम्योपैथिक दवा हो या हाइपोथायरायडिज्म के लिए होम्योपैथिक दवा, हाइपरथायरायडिज्म और कई अन्य स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ यह हमेशा सुरक्षित, प्रभावी और पूरी तरह से प्राकृतिक है.
Conclusion
तो दोस्तों हमने आपको इस article के माध्यम से PCOD के कारण लक्षण और उसके साथ साथ ही होमिओपॅथी इलाज कैसे किया जाता है इस बारे में पुरी जाणकारी दी है। यह जाणकारी आपको कैसी लगी ये हमें comment box में जरूर बताईये और आपको पसंद आया होगा तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगो तक जरूर share किजीये।