होम्योपैथी में मधुमेह(Diabetes) का बहुत अच्छा प्राकृतिक इलाज है। मधुमेह(Diabetes) प्राथमिक अवस्था में हो या पुराना मधुमेह(Diabetes) उसे होम्योपैथिक चिकित्सा से ही पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है l होम्योपैथिक उपचार मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करता है। लेकीन याद रखे होम्योपैथिक दवाएँ केवल उस विशेषज्ञ होम्योपैथिक डॉक्टर से ही लेनी चाहिए।
मधुमेह के लक्षण(Symptoms of Diabetes)
- रात में बार-बार पेशाब आना
- बहुत प्यास लगना
- वजन घटना
- बहुत भूख लगना
- धुंधली दृष्टि
- हाथों या पैरों में सुन्नता या झुनझुनी
- बहुत थकान महसूस होना
- शुष्क त्वचा
उच्च रक्त शर्करा के लिए होम्योपैथिक उपचार(Homeopathic Treatment For High Blood Sugar)
होम्योपैथी आज एक बढ़ती हुई प्रणाली है और पूरे विश्व में इसका अभ्यास किया जाता है। यह मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्तरों पर आंतरिक संतुलन को बढ़ावा देकर बीमार व्यक्ति के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपनाता है। जब मधुमेह(Diabetes) की बात आती है, तो होम्योपैथी में कई प्रभावी दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन इसका चयन रोगी के व्यक्तित्व, मानसिक और शारीरिक लक्षणों को ध्यान में रखते हुए निर्भर करता है।
- फॉस्फोरिक एसिड– डायबिटीज का दुष्प्रभाव बहुत कमजोर मह्सुस होता है। वजन तेजी से घटता है. मानसिक स्थिती पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इस दवा का असर होता है।
- कार्सिनोसिन– यह बच्चों के साथ-साथ वयस्कों में भी मधुमेह के लिए उपयोगी है।
- लाइकोपोडियम– यह औषधि मधुमेह के लिए अच्छी है। रोगी को मधुमेह के साथ-साथ पाचन संबंधी रोग भी होता हो तो यह असरदार है। रोगी को मधुमेह, लीवर में सूजन, फैटी लीवर जैसी शिकायतें होती हैं तो यह दवा दि जाती है।। लेकिन इन दवाओं को किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में ही लेना चाहिए।
- यूरेनियम नाइट्रिकम– यह मधुमेह के लिए मुख्य होम्योपैथिक दवा है। यह मूत्र असंयम, एन्यूरिसिस और मूत्र पथ की सूजन का इलाज करता है। यह स्थिति मूत्र के साथ-साथ रक्त में ग्लूकोज के स्तर में वृद्धि के कारण होती है। यूरेनियम नाइट्रिकम होम्योपैथिक दवा उच्च रक्त शर्करा के स्तर से बचाती है। इसके अतिरिक्त, यह उच्च रक्तचाप और फैटी लीवर की स्थिति से भी बचाता है।
- एब्रोमा ऑगस्टा– होम्योपैथी में यह मधुमेह की सबसे लोकप्रिय दवा है। डॉक्टर एब्रोमा ऑगस्टा मधुमेह के उन रोगियों को सुझाव देते हैं जो वजन कम होने के कारण अधिक कमजोरी महसूस करते हैं। यह शुष्क मुँह, बार-बार पेशाब आने और भूख बढ़ने के साथ प्यास से पीड़ित रोगियों के लिए भी उपयोगी है।
होम्योपैथी चिकित्सा के फायदे
इस दवा को लेने के बाद कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है, यह सबसे असरदार दवा मानी जाती है, होम्योपैथी दवाओं का सेवन गर्भावस्था के दौरान भी किया जा सकता है l स्वाद में मीठी होने के कारण छोटे बच्चों के उपचार के लिए अच्छा है नियमित होम्योपैथिक उपचार रक्त शर्करा को नियंत्रित कर सकते हैं। टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों को उनकी नियमित दवा के अलावा होम्योपैथिक उपचार प्राप्त हुआ तो उनका ब्लड ग्लूकोज नियंत्रित रहता है। इन उपचारों में समय लगता है । लेकिन परिणाम दिखाई देते हैं। होम्योपैथी उपचार से 4 साल के मरीजों से लेकर 88 साल के बुजुर्गों तक मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है। सही समय पर ही इलाज शुरू करना जरूरी है।
होमियो केयर क्लिनिक
डॉ. वसीम चौधरी अपनी टीम के साथ विभिन्न विकारों के कई रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है। डॉ. वसीम चौधरी पुणे के एक प्रसिद्ध होम्योपैथ और सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी चिकित्सक हैं। उन्होंने अपनी विशेषज्ञ टीम के साथ होमियो केयर क्लिनिक शुरू किया है। होम्योपैथी क्लीनिक की यह श्रृंखला पूरे पुणे में फैली हुई है। इसमें विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञ डॉक्टर इलाज करते हैं। यदि आप अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आज ही पुणे में केंद्र मे भेट दे सकते है l